Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY)- भारत एक कृषि प्रधान देश है और 2011 की जनगणना के अनुसार यहाँ कुल आबादी का 68.84 प्रतिशत जनसंख्या आज भी गाँवों में रहती है, परिवार में महिलाओं की रोजी-रोटी को सुविधाजनक बनाने के लिए 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा Pradhan Mantri Ujjwala Yojana को प्रारंभ किया गया। इस Yojana के अंतर्गत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त में एल.पी.जी. गैस कनेक्शन दिए जाएंगे।
केंद्र सरकार के द्वारा इस Yojana के माध्यम से गरीब महिलाओं को मिट्टी के चूल्हे से आजादी देने का प्रयास किया गया है। इस yojana के माध्यम से महिलाओं के द्वारा उपयोग किए जाने वाले जीवाश्म ईंधन का उपयोग ना करके एल.पी.जी. गैस को बढ़ावा दिया जाएगा और महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा।
इसके लिए ₹800 करोड़ की मंजूरी सरकार के द्वारा दी गई, इस योजना का 1 मई 2016 के यूपी में बलिया जिले से विमोचन किया गया। Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY)“ केंद्र सरकार के “पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय” द्वारा चलाई जा रही है।PM किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट, स्टेटेस और रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया
2011 की जनगणना के हिसाब से जो परिवार बी.पी.एल. कैटेगरी में आते हैं, उन्हें Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) का लाभ मिल सकता है इसके तहत आठ करोड़ बी.पी.एल. परिवारों को निःशुल्क में एल.पी.जी.(गैस) कनेक्शन देने का लक्ष्य है।
इस योजना से उपयोगकर्ता मुख्य रूप से महिलाओं को निम्नवत लाभ होंगे
- महिलाओं के समय में बचत होगी।
- जीवन स्तर में सुधार होगा।
- शुद्ध ईंधन के प्रयोग से महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
- अशुद्ध जीवाश्म ईंधन के प्रयोग ना करने से वातावरण में कम प्रदूषण होगा।
- खाने पर धुआं कम और स्वच्छता होने से मृत्यु दर में कमी होगी।
- बच्चों में स्वास्थ्य समस्या से छुटकारा मिलेगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवार खासतौर पर ग्रामीण इलाके के गरीब परिवार को स्वच्छ खाना पकाने के लिए ईंधन उपलब्ध कराना है, जिसमें गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली 5 करोड़ महिलाओं को मुफ्त में एल.पी.जी. गैस कनेक्शन प्रदान करने की बात की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर आठ करोड़ कर दिया गया है।
कोविड-19 महामारी के बीच Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) के तहत 8 करोड़ लाभार्थियों को अप्रैल से मई के बीच 6.5 करोड रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त में दिए गए हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा इस बात की जानकारी 20 मई 2020 को दी गई थी और तब सरकार का लक्ष्य 24 करोड़ में देने का था।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) में Apply Online कैसे करें:
- PMUY के तहत गैस कनेक्शन लेने के लिए BPL परिवार की कोई महिला आवेदन कर सकती है। इसके लिए KYC Form भर कर नजदीकी एल.पी.जी. केंद्र में जमा करना होगा।
- PMUY में आवेदन के लिए 2 पेज का फॉर्म, जरूरी दस्तावेज, नाम, पता, जन धन बैंक अकाउंट नंबर, आधार नंबर आदि की आवश्यकता पड़ती है।
- आवेदन करते समय आवेदक को यह भी बताना होगा कि वह कितने किलोग्राम (14.2 का या 5 किलोग्राम) का सिलेंडर लेना चाहता है।
- वैसे तो इस Yojana को Online Apply नहीं कर सकते लेकिन इनके कुछ Form Online Download जरूर कर सकते हैं जिसका Download Link निचे दिया गया है।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) Form Online डाउनलोड यहां से डाउनलोड करें
- Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) आवेदन फॉर्म
- Pradhan Mantri Ujjwala Yojana KYC Form
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत किए गए संशोधन की जानकारी
PMUY के लिए अन्य जरूरी तथ्यों पर भी ध्यान देना आवश्यक है:
- महिला बी.पी.एल. (BPL) परिवार से ही होनी चाहिए।
- आवेदक महिला होनी चाहिए जिसकी उम्र 18 साल से कम ना हो।
- आवेदक का नाम SECC-2011 के आंकड़ों में होना चाहिए।
- महिला का एक बचत खाता किसी राष्ट्रीय बैंक में होना अनिवार्य है।
- आवेदक के घर में किसी के नाम से पहले से कोई एल.पी.जी.कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
- आवेदक के पास बी.पी.एल. कार्ड और और बी.पी.एल. राशन कार्ड होना चाहिए।
Helpline Number
किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो हेल्पलाइन नंबर 1906 and 18002333555 पर कांटेक्ट कर कर अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
आपका नाम Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) की List ऐसे देखें (PMUY Yojana List 2021)
- सबसे पहले आपको https://mnregaweb2.nic.in/netnrega/dynamic_account_details_ippe.aspx इस link पे जाना होगा। direct लिंक।
- जाने के बाद अपने State, जिला, BLock और पंचायत का नाम सेलेक्ट करके Submit कर दें जिससे आपको लिस्ट मिल जाएगी।
सपना और चुनौती
नि: सन्देह Pradhan Mantri Ujjwala Yojana का प्रभाव ग्रामीण इलाकों व शहरी इलाकों में प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देता है किन्तु एक अध्ययन के माध्यम से यह कहा गया है कि देश में Pradhan Mantri Ujjwala Yojana के अंतर्गत गरीब परिवार तक गैस सिलेंडर तो पहुंच चुका है लेकिन इसके बावजूद इन परिवारों में अब तक भोजन पकाने के लिए प्रदूषण वाले माध्यमों यानी लकड़ी, कोयला आदि का इस्तेमाल बंद नहीं किया गया है।
कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया (U.B.C) सहित अन्य शोधकर्ताओं के अध्ययन में यह बात कही गई है, कि ग्रामीण भारतीय परिवार के बीच अभी भी रसोई गैस के नियमित इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन की आवश्यकता है। Aadaar: आधार कार्ड की फ्रेंचाइज़ी लें और करें मोटी कमाई, ये है तरीका
शोध में यह भी कहा गया है कि एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों में करीब 2.9 अरब लोग भोजन पकाने के लिए लकड़ी जैसे ईंधनों का प्रयोग करते हैं और इसका जन-स्वास्थ्य, पर्यावरण और सामाजिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।एल.पी.जी.गैस अपनाने का पूर्ण लाभ तभी प्राप्त हो सकता है जब वह पूरी तरह से प्रदूषित ईंधनों की जगह ले सके। घरों में एल.पी.जी. सिलेंडर रखा होने से योजना के लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता।
अभी भी उपयोगकर्ता नियमित रूप से एल.पी.जी. गैस का उपयोग नहीं कर रहे हैं। सी.ए.जी. की एक रिपोर्ट के अनुसार Ujjwala Yojana के तहत 13.96 लाख गरीब लाभार्थियों ने एक महीने में 41 बार सिलेंडर भरवाए है। कहीं ना कहीं जरूरतमंद लोगों तक इस योजना का फायदा पूर्ण रूप से नहीं मिल रहा है।
ग्रामीण इलाकों में खाना पकाने के लिए परंपरागत रूप से लकड़ी, कोयला और गोबर के उपले इस्तेमाल किए जा रहे हैं इससे निकलने वाले धुएं का असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।ऐसा कई गावो में दिखाई पड़ता है कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों में अभी भी जागरूकता की कमी है और कई बार तो ये लाभार्थी सरकार कि इस योजना का फायदा लेकर सिलेंडर तो ले लेते है किन्तु कुछ ही समय में वे इन सिलेंडरों को बेच भी देते है।
इस अध्ययन में 25,000 से अधिक उपभोक्ताओं के एल.पी.जी. बिक्री आंकड़ों का विश्लेषण किया गया, साथ ही इस योजना के कुछ नकारात्मक पहलू भी सामने आ रहे हैं। 2016 में विमोचित हुई इस योजना में अब तक जिन लोगों को सिलेंडर मिला है वह दोबारा सिलेंडर नहीं भरवा पा रहे हैं।
दोबारा सिलेंडर भरवाने वालों के राष्ट्रीय औसत में गिरावट लगातार जारी है एक रिकार्ड के अनुसार 12 महीने में 3.08 सिलेंडर भराने का औसत रहा है इसका एक मुख्य कारण यह है कि जिनके पास सिलेंडर है वे अब भी चूल्हे पर खाना बना रहे हैं जो कहीं ना कहीं इस योजना को असफल कर रहा है, वजह यह भी मानी जा रही है कि लगातार जिन 8 करोड़ लोगों ने सिलेंडर लिए हैं उनकी आर्थिक आय नियमित नहीं है कि वे लगातार सिलेंडर का इस्तेमाल कर सके।
गैस चूल्हा घरों तक तो पहुंच चुका है लेकिन खाना पकाने के पारंपरिक तौर तरीके हीगाँवों में प्रचलित है, गांव के लोगों का यह भी मानना है कि गैस सिलेंडर के अपेक्षा उन्हें चूल्हे में भोजन पकाना सस्ता पड़ता है। कहीं ना कहीं लोगों में आर्थिकआय का आभाव है और उनके पास खाना पकाने के लिए दूसरा विकल्प भी उपलब्ध है।
यदि गैस सिलेंडरों की कीमत कम हो जाए तो यह योजना अधिक उपयोगी साबित हो सकती है। Pradhan Mantri Ujjwala Yojana का फायदा तो देश में हुआ है लेकिन इस योजना के उद्देश्यों की पूर्ण रूपेण पूर्ति अभी होनी बाकी है।
सी.सी.डब्ल्यू. (काउंसिल ऑनएनर्जी एंड एनवायरमेंट एंड वॉटर) के सर्वे के अनुसार खाना पकाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करने वाले लोगों का अनुपात 2015 में 85% था वही 2018 में यह केवल 61% हो गया। इसका अर्थ यह है कि कहीं ना कहीं Pradhan Mantri Ujjwala Yojana का असर ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक रूप से पड़ा है।
किसी भी योजना को सफल कैसे बनाएं ?
किसी भी योजना को सफल और असफल बनाने में देश के नागरिकों का बहुत बड़ा योगदान होता है प्रधानमंत्री Pradhan Mantri Ujjwala Yojana की सफलता और असफलता का श्रेय भी देश के नागरिकों को ही जाता है और साथ ही योजना के क्रियान्वयन हेतु नियुक्त किये गए कर्मचारियों का भी योगदान अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी योजना पर पड़ता है।
योजना में यह नितांत आवश्यक हो जाता है कि लाभार्थी अपनी जिम्मेदारों को समझें और इस बात को भी समझें कि योजनाएं उनके जीवन स्तर व जीवन यापन करने के तरीको में सुधार हेतु सरकार के द्वारा बनाई जाती है अतः योजना को सफल बनाने में सभी का सहयोग बहुत अधिक आवश्यक हो जाता है।किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) कैसे बनवाएं?
सरकार सिर्फ योजना बना सकती है और उनका संचालन कर सकती है पर आम जन मानस को भी अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना आवश्यक होता है। सरकार का यह सपना कि देश में सभी नागरिक स्वास्थ्य हो, सभी निरोगी हो और प्रदूषित ईंधनों का उपयोग बंद हो, यह सपना धीरे- धीरे ही पूरा होगा।
देश में अभी अशिक्षा, बेरोजगारी है और जागरूकता की कमी है, जैसे जैसे समय परिवर्तित होगा देश में सभी जागरूक होंगे शिक्षित होंगे और सभी के पास रोजगार के साधन होंगे तब यह योजना और अधिक सार्थक साबित हो सकेगी। कठिनाई के डर से सफलता हेतु प्रयास ही ना किया जाए वह गलत होगा।
State/UT-wise LPG connections released as of 19.06.2019 under PMUY
S.No | State/UT | Connections released |
1 | Andaman and Nicobar Islands | 7,856 |
2 | Andhra Pradesh | 3,46,454 |
3 | Arunachal Pradesh | 39,437 |
4 | Assam | 28,66,597 |
5 | Bihar | 79,29,510 |
6 | Chandigarh | 88 |
7 | Chhattisgarh | 2691007 |
8 | Dadra and Nagar Haveli | 14,157 |
9 | Daman and Diu | 423 |
10 | Delhi | 73,808 |
11 | Goa | 1,074 |
12 | Gujrat | 25,46,866 |
13 | Haryana | 6,84,155 |
14 | Himachal Pradesh | 1,13,925 |
15 | Jammu and Kashmir | 10,80,810 |
16 | Jharkhand | 29,01,475 |
17 | Karnataka | 28,34,63 |
18 | Kerala | 2,12,381 |
19 | Lakshadweep | 287 |
20 | Madhya Pradesh | 64,70,761 |
21 | Maharastra | 40,86,878 |
22 | Manipur | 1,30,036 |
23 | Meghalaya | 1,41,486 |
24 | Mizoram | 25,962 |
25 | Nagaland | 49,732 |
26 | Odisha | 42,52,175 |
27 | Panducherry | 13,400 |
28 | Punjab | 12,10,146 |
29 | Rajasthan | 57,59,887 |
30 | Sikkim | 7,812 |
31 | Tamil Nadu | 31,53,589 |
32 | Telangana | 9,36,974 |
33 | Tripura | 2,39,867 |
34 | Uttar Pradesh | 130,81,084 |
35 | Uttarakhand | 3,54,787 |
36 | West Bengal | 80,66,899 |
Total | 723,25,948 |
FAQ
किसी भी योजना को सफल कैसे बनाएं ?
किसी भी योजना को सफल और असफल बनाने में देश के नागरिकों का बहुत बड़ा योगदान होता है प्रधानमंत्री Pradhan Mantri Ujjwala Yojana की सफलता और असफलता का श्रेय भी देश के नागरिकों को ही जाता है और साथ ही योजना के क्रियान्वयन हेतु नियुक्त किये गए कर्मचारियों का भी योगदान अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी योजना पर पड़ता है।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) kya hai?
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY)- भारत एक कृषि प्रधान देश है और 2011 की जनगणना के अनुसार यहाँ कुल आबादी का 68.84 प्रतिशत जनसंख्या आज भी गाँवों में रहती है, परिवार में महिलाओं की रोजी-रोटी को सुविधाजनक बनाने के लिए 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा Pradhan Mantri Ujjwala Yojana को प्रारंभ किया गया। इस Yojana के अंतर्गत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त में एल.पी.जी. गैस कनेक्शन दिए जाएंगे।
इस योजना से उपयोगकर्ता मुख्य रूप से महिलाओं को क्या लाभ होंगा ?
महिलाओं के समय में बचत होगी।
जीवन स्तर में सुधार होगा।
शुद्ध ईंधन के प्रयोग से महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
अशुद्ध जीवाश्म ईंधन के प्रयोग ना करने से वातावरण में कम प्रदूषण होगा।
खाने पर धुआं कम और स्वच्छता होने से मृत्यु दर में कमी होगी।
बच्चों में स्वास्थ्य समस्या से छुटकारा मिलेगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवार खासतौर पर ग्रामीण इलाके के गरीब परिवार को स्वच्छ खाना पकाने के लिए ईंधन उपलब्ध कराना है, जिसमें गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली 5 करोड़ महिलाओं को मुफ्त में एल.पी.जी. गैस कनेक्शन प्रदान करने की बात की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर आठ करोड़ कर दिया गया है।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) में Apply Online कैसे करें ?
वैसे तो इस Yojana को Online Apply नहीं कर सकते लेकिन इनके कुछ Form Online Download जरूर कर सकते हैं जिसका Download Link निचे दिया गया है।
PMUY में किन जरूरी तथ्यों पर भी ध्यान देना आवश्यक है?
महिला बी.पी.एल. (BPL) परिवार से ही होनी चाहिए।
आवेदक महिला होनी चाहिए जिसकी उम्र 18 साल से कम ना हो।
आवेदक का नाम SECC-2011 के आंकड़ों में होना चाहिए।
महिला का एक बचत खाता किसी राष्ट्रीय बैंक में होना अनिवार्य है।
आवेदक के घर में किसी के नाम से पहले से कोई एल.पी.जी.कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
आवेदक के पास बी.पी.एल. कार्ड और और बी.पी.एल. राशन कार्ड होना चाहिए।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) Helpline Number क्या है ?
किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो हेल्पलाइन नंबर 1906 and 18002333555 पर कांटेक्ट कर कर अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) के जरुरी Dacument क्या चाहिए ?
PMUY के तहत गैस कनेक्शन लेने के लिए BPL परिवार की कोई महिला आवेदन कर सकती है। इसके लिए KYC Form भर कर नजदीकी एल.पी.जी. केंद्र में जमा करना होगा।
PMUY में आवेदन के लिए 2 पेज का फॉर्म, जरूरी दस्तावेज, नाम, पता, जन धन बैंक अकाउंट नंबर, आधार नंबर आदि की आवश्यकता पड़ती है।
आवेदन करते समय आवेदक को यह भी बताना होगा कि वह कितने किलोग्राम (14.2 का या 5 किलोग्राम) का सिलेंडर लेना चाहता है।