केंद्र सरकार आज से सेना में एक नई व्यवस्था लॉन्च कर दिया है। सरकार ने 'टुअर ऑफ ड्यूटी' सिस्‍टम के तहत इसकी घोषणा की है।

इसे 'अग्निपथ' नाम दिया गया है। नई व्‍यवस्‍था के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को 'अग्निवीर' पुकारा जाएगा। 

इस व्यवस्था के तहत हर साल सेना, वायु सेना और नौसेना में 45-50 हजार भर्तियां होंगी।

पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों के लिए अवसर। 17.5 से लेकर 21 साल तक युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य होंगे।

सेना के मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड मान्य होंगे। 10वीं और 12वीं पास युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं।

सेना के मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड मान्य होंगे। 10वीं और 12वीं पास युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं।

इसके अलावा शहीद की बची हुई सेवाकाल की पूरी सैलरी भी परिवार को मिलेगी। सेवा के दौरान अगर जवान दिव्यांग हो जाते हैं तो दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर उसे करीब 44 लाख रुपये मिलेंगे।

सालाना सैलरी पैकेज 4.76 लाख रुपये होगी। चौथे साल में यह बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगी। इसके अलावा रिस्क और हार्डशिप पैकेज अलग से दिया जाएगा।

इसके अलावा 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद करीब 11.7 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज समेत दिया जाएगा। ये पैसा इनकम टैक्स के दायरे से मुक्त होगा।