भारतीय वायु सेना को मजबूती देने के लिए, आठ बोइंग एएच-64 ई (AH-64E) अपाचे गार्डियन अटैक हेलीकॉप्टर को मंगलवार को (IAF) भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया। भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने पंजाब के पठानकोट वायु सेना स्टेशन में आयोजित एक समारोह के बाद, इन अपाचे हेलिकॉप्टर को सेवा में शामिल किया। बोइंग एएच-64 ई अपाचे गार्डियन अटैक हेलीकॉप्टर की डील अमेरिका के साथ 2018 में की गई थी।
अपाचे हेलीकॉप्टरों को भारतीय वायु सेना के 125 हेलीकॉप्टर यूनिट ग्लेडिएटर्स में 22 हेलीकॉप्टरों के एक बैच के रूप में शामिल किया गया। इन हेलीकाप्टरों कि डील अमेरिका के साथ की गई थी और डील के अनुसार पूरे बैच की डिलीवरी २०२० तक होने के उम्मीद है। अपाचे गार्डियन अटैक हेलीकॉप्टर, रूसी हेलीकॉप्टर MI-35 कि जगह लेगा। अमेरिकी सेना इन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल 1984 से कर रही है।
पठानकोट एयर बेस में मौजूद अमेरिकी नौसेना प्रमुख कैप्टन डैनियल ई फिलियन ने कहा कि अमेरिका इस समारोह में भाग लेने के लिए बहुत खुश है। इस डील से यूएस और भारत के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंध मजबूत होंगे। इन अटैक हेलीकाप्टर कि अधिकतम स्पीड २८० किलोमीटर प्रति घंटा है। अपाचे AH-64E हैलीकॉप्टर का डिज़ाइन ऐसा है कि इन्हे राडार में पकड़ना मुश्किल होता है। इन हेलीकाप्टर में एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने कि छमता है और इनकी फ्लाइंग रेंज करीब 550 किलोमीटर है।
IAF चीफ धनोआ के अनुसार, इन हेलीकॉप्टरों को विशेष रूप से भारतीय वायुसेना कि जरूरतों के अनुसार मॉडिफाइड किया गया है और इन मशीनों के कुछ प्रमुख पार्ट्स भारत में ही बनाए गए हैं।
एएच -64 ई अपाचे हेलीकॉप्टरों की विशेषताएं
हेलीकॉप्टर हेलफायर मिसाइलों और रॉकेटों से लैस हैं। एक हेलीकॉप्टर 8 ऐसी मिसाइलों को ले जाने की क्षमता रखता है।इस हेलीकाप्टर में एक कैनन बंदूक भी है। इसमें 19 मिसाइलों को ले जाने वाली दो मिसाइल पॉड्स भी लगाई जा सकती हैं। ये हेलीकॉप्टर एक समय में 1,200 राउंड फायरिंग कि क्षमता रखता है। हेलीकॉप्टर का वजन 6,838 किलोग्राम और स्पैन 17.15 फीट है। एयरोस्पेस प्रमुख ने कहा कि एएच -64 ई लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस है, जो इन्हे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हेलीकॉप्टरो कि लिस्ट में शामिल करता है।