इसरो ने चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर द्वारा 5 सितंबर 2019 खींची गई चन्द्रमा के लूनर सरफेस की पहली क्लोज-अप हाई रिज़ॉल्यूशन इमेजेज साझा की। ये इमेजेज चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरा (OHRC) द्वारा 100 किलोमीटर की ऊँचाई पर खींचे गए थे।
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर हाई-रिजॉल्यूशन कैमरा (OHRC) द्वारा ली गई चंद्र सतह की पहली उच्च स्थानिक रिज़ॉल्यूशन की छवियां जारी कीं। ISRO ने ट्विटर पर चंद्रमा की क्लोज़-अप तस्वीरें साझा कीं है।
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इसरो द्वारा किए गए एक ट्विटर पोस्ट के अनुसार, चन्द्रमा के लूनर सरफेस की इमेजेज को पिछले महीने 4:38 IST पर 100 किमी की ऊंचाई पर खींचा गया था। यह BOGUSLAWSKY ई क्रेटर (14 किलोमीटर व्यास और 3 किमी गहराई) और आसपास के वातावरण को दर्शाता है जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में स्थित हैं। इस क्रेटर का नाम एक जर्मन खगोल विज्ञानी – पालोन एच लुडविग वॉन बोगुस्लास्की के नाम पर रखा गया है। ये इमेजेज चंद्रमा पर क्रेटर और बोल्डर की उपस्थिति को दर्शाते हैं। यह खगोलीय पिंड को समझने में इसरो के वैज्ञानिकों के लिए बहुत मददगार साबित होगा।
#ISRO
Have a look at the images taken by #Chandrayaan2's Orbiter High Resolution Camera (OHRC).
For more images please visit https://t.co/YBjRO1kTcL pic.twitter.com/K4INnWKbaM— ISRO (@isro) October 4, 2019
#ISRO
CLASS, #Chandrayaan2's Orbiter payload, in its first few days of observation, could detect charged particles and its intensity variations during its first passage through the geotail during Sept.
For more details, please visit https://t.co/OzfhxGMaVP pic.twitter.com/i1sLbouN86— ISRO (@isro) October 3, 2019
100 किमी की कक्षा से 25 सेंटीमीटर की दूरी और 3 किमी की एक स्वैथल रिज़ॉल्यूशन के साथ, यह एक चन्द्रमा की कक्षा से अब तक की सबसे क्लियर और बेहतरीन इमेजेज है। OHRC चुनिंदा क्षेत्रों में चन्द्रमा के लूनर टोपोग्राफिक अध्ययन के लिए एक नए टूल के रूप में उभरा है।