हलवा रस्म: पारंपरिक हलवा समारोह या हलवा रस्म (Halwa Ceremony), जो हर साल बजट की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक है, संसद में केंद्रीय बजट प्रस्तुति से 10 दिन पहले होता है। इस साल के हलवा रस्म में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी शामिल होंगे। यह समारोह, जो बजट के लिए दस्तावेजों की छपाई को चिह्नित करता है, सचिवालय भवन के उत्तरी ब्लॉक में होगा, जहां वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय स्थित हैं। आपको बता दें कि बजट 1 फरवरी को प्रस्तुत किया जाएगा।
तो आइए आपको हलवा रस्म के बारे में विस्तार से बताते हैं:
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हलवा रस्म क्या है? (What Is Halwa Ceremony?)
हर साल, सरकार बजट पेश करने से कुछ दिन पहले एक हलवा समारोह की मेजबानी करने की वार्षिक परंपरा का पालन करती है। हलवा बनाने से लेकर बजट की सारी प्रक्रियाएं इसी दिन से शुरु हो जाती हैं। इस रस्म के तौर पर भारतीय मिठाई को एक बड़े बर्तन में तैयार किया जाता है और समारोह के हिस्से के रूप में वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को परोसा जाता है।
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बजट कर्मचारियों को परिवार से कर दिया जाता है दूर
हलवा समारोह के बाद मुख्य बजट की कॉपी की प्रिंटिंग शुरु हो जाती है। करीब 100 अधिकारी बजट छापने की प्रक्रिया से जुड़े रहते हैं और वे 1 फरवरी को बजट पेश होने तक नार्थ ब्लाक में ही ‘बंद’ रहेंगे। यह वार्षिक बजट पेश करने से पहले किसी भी लीक को रोकने के लिए किया जाता है।
यह समारोह प्रत्येक स्टाफ के प्रयासों की सराहना करने के लिए मान्यता की एक विधि के रूप में भी कार्य करता है जो बजट बनाने की प्रक्रिया का एक हिस्सा रहा है।
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आम बजट 2023 (Union Budget 2023)
आम बजट 2023 वर्तमान एनडीए सरकार का लगातार अटवां बजट होगा और 1 फरवरी को संसद में इसका अनावरण किया जाना है। भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2023 को आम बजट पेश करेंगी। आम बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाएगा। निर्मला सीतारमण चौथी बार बजट पेश करेंगी। इससे पहले 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा।
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भारत का सामान्य या केंद्रीय बजट क्या है? (What is the General and Union Budget of India)
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार, किसी विशेष वर्ष में केंद्र सरकार के वित्तीय विवरण को केंद्रीय बजट कहा जाता है। संविधान के अनुसार, सरकार को प्रत्येक वित्तीय वर्ष की शुरुआत में संसद में बजट पेश करना होता है।
वित्तीय वर्ष की अवधि चालू वर्ष के 1 अप्रैल से अगले वर्ष के 31 मार्च तक है। सरकार को प्रस्तुत वित्तीय विवरण एक विशेष वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार की अनुमानित प्राप्तियों (राजस्व और अन्य प्राप्तियों) और व्यय को दर्शाता है।
सरल शब्दों में, बजट अगले वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की वित्तीय योजना है। दरअसल, इसके जरिए यह तय करने की कोशिश की जाती है कि सरकार अपने राजस्व की तुलना में खर्च को किस हद तक बढ़ा सकती है।
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