यह खबर ओडिशा से आ रही है जहा एक 55 साल का मृत आदमी शमशान ले जाते वक़्त अचानक ज़िंदा हो गया (dead man wakes up before funeral) और इधर उधर सर हिलाने लगा, इससे वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया और लोग इधर उधर भागने लगे। आनन फानन में उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहाँ डाक्टरों (doctor) ने उसका इलाज किया।
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यह घटना इसी महीने की 12 -13 तारीख की है जो ओडिशा के गंजम जिले की बताई जा रही है। हुआ कुछ यूँ की 12 अक्टूबर को सीमानच मल्लिक (55 वर्ष) जंगल की तरफ भेड़ बकरियां चराने गया था पर वह शाम को वह नहीं लौटा हालाँकि सारी भेड़ बकरियां अपने आप घर लौट आयी थी। रविवार (13 अक्टूबर) को सुबह वह कुछ लोगों को निर्जीव (अथवा मूर्छित) अवस्था में पड़ा मिला जिसे वो लोग उठा के उसके घर ले गए, जहाँ उसके परिवार और गांव वालों ने उसे मरा हुआ समझ लिया और उसके अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे।
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बाद में उसे जब कापाखाला गांव के शमशान ले जाया जा रहा था तो अचानक उसका सर अपने आप इधर उधर हिलने लगा और वह उठ कर बैठ गया, जिससे उसकी शवयात्रा में शामिल सारे लोगो में हड़कंप और भगदड़ मच गयी। फिर कुछ लोग उसे पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (hospital) जो की सोराडा में स्थित है वहां ले के गए और डॉक्टरों ने उसका इलाज़ किया। डॉक्टरों के अनुसार अब मल्लिक की हालत खतरे से बहार है और स्थिर है । डॉक्टर ने कहा की मल्लिक बुखार और कमजोरी की वजह से गिर के बेहोश हो गया था, इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ और बाद में उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया ।
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पलकतु गांव के पूर्व सरपंच रंजन मल्लिक ने कहा के उसके ज़िंदा हो जाने से हमें बड़ी ख़ुशी हुई और हम तुरंत उसे सोराडा के अस्पताल ले गए जहाँ इलाज के बाद वह बिलकुल ठीक है। उसे ज़िंदा देख के उसकी पत्नी बहुत खुश हुई और पछताते हुए बोली की हमने उसे मरा हुआ मान लिया जबकि उसे उसी वक़्त अस्पताल ले जाना चाहिए था ।