Jamia Protest: जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) के बाहर हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें की सभी का आपराधिक रिकॉर्ड है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिर्पोट के अनुसार आपको बता दें कि इन 10 लोगों में कोई भी छात्र नहीं है। आरोपियों को सोमवार रात में गिरफ्तार किया गया है। जानकारी हो कि यह हिंसा नागरिकता संशोधन बिल 2019 (CAB 2019) के पारित होने के खिलाफ हो रही है।
जामिया नगर और शाहीन बाग इलाके से पकड़े गए आरोपी
फिलहाल अभी पुलिस ने यह भी कहा है कि छात्रों को अभी भी क्लीन चिट नहीं दी गई है और मामले की जांच की जा रही है। तो वहीं पुलिस ने बवाल के दौरान बस जलाए जाने वाले मामले में आरोपी युवकों से पूछताछ शुरु कर दी है। पकड़े गए सभी लोगों की आपराधिक पृष्ठभूमि है और उन्हें जामिया नगर और शाहीन बाग इलाके से पकड़ा गया था।
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रविवार रात हुए बवाल में शामिल थे ये लोग
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने जिन युवकों को गिरफ्तार किया है, उन पर रविवार रात हुए बवाल में शामिल होने का आरोप है। इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई है। हिंसा में चार सरकारी बसों को आग लगा दी गई थी। राहगीरों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया था। आरोप है कि पुलिस ने विश्वविद्यालय के अंदर तक घुसकर आंसू गैस के गोले दागे थे।
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नदवा कॉलेज और दिल्ली विश्वविद्यालय में भी विरोध-प्रदर्शन
इसके अलावा जामिया में भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दो केस दर्ज किए थे। पहला केस न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और दूसरा मामला जामिया नगर थाने में दर्ज किया गया। पुलिस ने आगजनी, दंगा फैलाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के तहत केस दर्ज किया है।
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तो वहीं जामिया हिंसा के बाद नदवा कॉलेज और दिल्ली विश्वविद्यालय में भी विरोध-प्रदर्शन हुआ था। नदवा के गेट पर पथराव की घटना हुई थी। वहीं डीयू के विरोध-प्रदर्शन को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों पर डीयू के अंदर दाखिल होने का भी आरोप लगाया गया था।
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