पकिस्तान (Pakistan) जम्मू-कश्मीर को लेकर हमेसा रोता रहता है। हालही में UNGA 2019 में भी उसने कश्मीर में मानवाधिकार (Human Rights) की बात कर रहा था। पर वो यह नहीं देखता की गिलगित बलोचिस्तान (Gilgit-Baluchistan) और POK (पकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में क्या हो रहा है?
हम आप को बता की हाल ही में 22 अक्टूबर 2019 को POK में पकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Protest) हुए। जिसको दवाने के लिए पाकिस्तानी सेना ने बिरोध प्रदर्शन कर रही भीड़ पर फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग से 2 लोगो की मौत और 80 लोग या फिर उससे ज्यादा लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए हैंं।
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Two people were killed and over 100 got injured after police lathi-charged the protesters during a pro-freedom rally at #Muzaffarabad in #Pakistan occupied #Kashmir (#PoK) on Tuesday.
And @ImranKhanPTI calls himself as the global ambassador of #Kashmiris.@ajitsinghpundir pic.twitter.com/KjUjUujllk
— Sabah Kashmiri (@SabahKashmiri) October 23, 2019
https://twitter.com/SabahKashmiri/status/1186852873222574080
अब POK में अलगाव बाद पनपने लगा है। भरी संख्या में लोग पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैंं। भारत में कुछ ऐसे लोग है, जो भारत में भारत के सविधान के द्वारा आर्टिकल 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद मानवाधिकार की बात करते पर वो POK में पाकिस्तानी आर्मी (Pakistan Army) के द्वारा किये गए इस मास्स मर्डर में कुछ नहीं बोल रहे है। क्या POK के लोगो का मानवाधिकार नहीं है? इससे इन लोगो के दोहरे मापदंड दिखते है।
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आप को बता दे की गिलगित बलोचिस्तान में थो पाकिस्तानी सेना में कहर बरपा रखा है तो वहा पर रह रहे लोगो के ह्यूमन राइट्स की कोई बात नहीं करता। गिलगित बलोचिस्तान में पाकिस्तानी आर्मी किसी को कभी भी उठा लेती है उसके बाद उस इंसान का कोई पता नहीं चलता या फिर उसकी लास कही पड़ी हुई मिलती है। हालही में जब भारत के प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका में थे तब भी गिलगित बलोचिस्तान के लोगो ने अमेरिका में पकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाप अमेरिका में बोलोचिये के द्वारा आये दिन प्रदर्शन होते ही रहते है।